ख्यालों में किसी के इस तरह आया नहीं करते - The Indic Lyrics Database

ख्यालों में किसी के इस तरह आया नहीं करते

गीतकार - केदार शर्मा | गायक - गीता दत्त, मुकेश | संगीत - रोशन | फ़िल्म - बावरे नैन | वर्ष - 1950

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गीता: ख़यालों में किसी के, इस तरह आया नहीं करते
किसी को बेवफ़ा आ आ के तड़पाया नहीं करतेमुकेश: दिलों को रौंद कर दिल अपना बहलाया नहीं करते
जो ठुकराए गए हों उनको ठुकराया नहीं करतेगीता: हँसी फूलों की दो दिन चाँदनी भी चार दिन की है
चाँदनी चार दिन की है
मिली हो चाँद सी सूरत तो इतराया नहीं करते
किसी को ...गीता: जिन्हें मिटना हो वो मिटने से डर जाया नहीं करते
वो डर जाया नहीं करते
मुहब्बत करने वाले ग़म से घबराया नहीं करते
किसी को ...मुकेश: मुहब्बत का सबक सीखो, ये जाकर जलनेवालों से
ये जाकर जलनेवालों से
के दिल की बात भी लब तक कभी लाया नहीं करते
जो ठुकराये ...