गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - गीता | संगीत - सज्जाद हुसैन | फ़िल्म - संगदिल | वर्ष - 1952
View in Romanद.र्शन प्यासी आई दासी
जगमग दीप जलाये
प्रभु चरण की धूल मिले तो
जीवन में सुख आये
जग नैया के खेवनहारे
तेरी ज्योती चाँद सितारे
आई पापन शरण तिहारे
सदा ही राखो अपनी द्वारे
बिनती करूँ मैं निस दिन तोरी
चरणन सीस लगाये
प्रभु चरण की धूल मिले तो
जीवन मे सुख आये
द.र्शन प्यासी आई दासी ...
धरो न अवगुण ध्यान प्रभु जी
राखो मेरा मान प्रभु जी
भव सागर के पार लगाओ
दीजो ये वरदान प्रभु जी
पल पल छिन छिन पापी जीवन
दरस तिहारे पाये
प्रभु चरण की धूल मिले तो
जीवन मे सुख आये
द.र्शन प्यासी आई दासी ...$