कभी कभी सपना लगता हैं - The Indic Lyrics Database

कभी कभी सपना लगता हैं

गीतकार - गुलजार | गायक - आशा भोंसले, किशोर कुमार | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - रत्नदीप | वर्ष - 1979

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कि : कभी कभी सपना लगता है
कभी ये सब अपना लगता है
तुम समझा दो, मन को क्या समझाऊं
आ : कभी कभी सपना लगता है
कभी ये सब अपना लगता है
तुम समझा दो, मन को क्या समझाऊंआ : मुझे अगर बाहों में भर लो, शायद तुमको चैन मिले-२कि : चैन तो उस दिन खोया मैंने, जिस दिन तुमसे नैन मिले
फिर भी ये अच्छा लगता है, मगर अभी सपना लगता है
तुम समझा दो, मन को क्या समझाऊंआ : कभी कभी सपना लगता है
कभी ये सब अपना लगता है
तुम समझा दो, मन को क्या समझाऊंकि : चेहरे पे है, और एक चेहरा, कैसे उसे हटाउं
मेरा सच गर तुम अपना लो, जनम जनम तरसाऊं
ऐसे सब अच्छा लगता है, सब का सब सपना लगता है
तुम समझा दो, मन को क्या समझाऊंआ, कि : कभी कभी सपना लगता है
कभी ये सब अपना लगता है
तुम समझा दो, मन को क्या समझाऊंकि : कभी कभी सपना लगता है