शायद मेरी शादी का कयाल दिल में आया है - The Indic Lyrics Database

शायद मेरी शादी का कयाल दिल में आया है

गीतकार - सावन कुमार | गायक - लता मंगेशकर, किशोर कुमार | संगीत - उषा खन्ना | फ़िल्म - सौतन | वर्ष - 1983

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ल : शायद मेरी शादी का ख़याल दिल में आया है
इसीलिए mummyने मेरी तुम्हें चाय पे बुलाया है
कि : क्या कहा फिर से दोहराना ना
ल : शायद मेरी शादी ...कि : पंछी अकेला देख के मुझे ये जाल बिछाया है
इसीलिए mummyने तेरी मुझे चाय पे बुलाया है
क्यूँ है न
ल : नहीं-नहीं( ठीक तुम चार बजे घर चले आना
मेरा हाथ माँग लेना ज़रा ना शरमाना ) -२
कि : सात फेरे मेरे संग सपने देख रही हो
खिली हुई धूप में तारे देख रही हो
अरे नहीं बाबा चाय नहीं पीना
ल : क्यूँ -२
कि : तौबा मेरी तौबा माफ़ कर देना
ल : इन्हीं अदाओं पर तो हाय अपना दिल आया है
इसीलिए mummyने मेरी ...
कि : ना ना ना ना
पंछी अकेला देख ...ल : ( दिल्लगी ना करो छेड़ो ना हमको सनम
हाँ कहो घर चलो तुमको मेरी क़सम ) -२
कि : जान-ए-मन माना हम तुमपे मरते हैं
प्यार तो ठीक है शादी से डरते हैं
शादी से पहले तो सब अच्छा लगता है
सारी उम्र को फिर रोना पड़ता है
अ : इन्हीं अदाओं पर तो हाय अपना दिल आया है
इसीलिए mummyने मेरी ...
कि : ओ पंछी अकेला देख ...ल : तुम्हें मेरी क़सम आओगे ना
कि : नहीं बिल्कुल नहीं
हाँ तेरी क़सम आऊँगा