रघुकुल ऋत आगे राम लखन भारत सिल गुरु - The Indic Lyrics Database

रघुकुल ऋत आगे राम लखन भारत सिल गुरु

गीतकार - गोस्वामी तुलसीदास | गायक - जी. एम. दुर्रानी | संगीत - शंकर राव व्यास | फ़िल्म - भारत मिलाप | वर्ष - 1942

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रघुकुल रीत सदा चली आई -२
प्राण जायें अरु बचन ना जाई -२आगे राम-लखन पुनि पाछे -२
साप सरेश बिराजत कासे
उभय बीच सिय सोहत कैसे -२
ब्रम्ह वीन द्वित माया जैसेभरत सील गुरू सचिव समाजू
सकुचत नेह विवस रघुराजू
प्रभु करि क्रिपा पाँवरी दीन्हीं
सादर भरत सीश धरी लीन्हीं