हमारे घर छोड़ा है रस्मों को तोड़ा हैं - The Indic Lyrics Database

हमारे घर छोड़ा है रस्मों को तोड़ा हैं

गीतकार - समीर | गायक - साधना सरगम, उदित नारायण | संगीत - आनंद, मिलिंद | फ़िल्म - दिल | वर्ष - 1990

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हमने घर छोड़ा है रस्मों को तोड़ा है
दूर कहीं जाएंगे नई दुनिया बसाएंगेतेरे बिना जीना पड़े दिन वो कभी भी ना आए
कोई हमको जुदा कर न पाए
बस इक बार किया है मैने तुझे प्यार किया है
हम तेरी बाहों में जन्नत को भुलाएंगे
हमने घर छोड़ा है ...इस प्यार की दिल की ज़मीं सपनों की ऊंची दीवारें
कहियां मोहब्बत की खिलने लगीं आईं मिलन की बहारें
जन्मों की प्यास बुझा दे मुझको गले से लगा ले
प्यार के इस मंदिर को चाहत से सजाएंगे
हमने घर छोड़ा है ...