कैसे कैसे धागों से बुनी है ये दुनिया - The Indic Lyrics Database

कैसे कैसे धागों से बुनी है ये दुनिया

गीतकार - सांतनु घटक | गायक - रोंकिनी गुप्ता | संगीत - सांतनु घटक | फ़िल्म - तुम्हारी सुलु | वर्ष - 2017

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कैसे कैसे धागों से बुनी है ये दुनिया
कभी धूप कभी बादलों की ये लड़ियाँ
कुछ तूने सी है मैंने की है रफ़ू ये डोरियाँ
तेरी बनी राहें मेरी थी दीवारें
उन दीवारों पे ही मैंने लिख ली बहारें
शाम हुई तू जो आया सो गयी थी कलियाँ
यूँ सीते सीते मीलों की बन गई कहानी
कुछ तेरे हाथों से कुछ मेरी ज़ुबानी
अब जो भी है ये आधा पौना है तो रंग रलियाँ