रफ्ता रफ्ता हौले हौले - The Indic Lyrics Database

रफ्ता रफ्ता हौले हौले

गीतकार - समीर | गायक - उदित नारायण - सुजाता | संगीत - विद्यासागर | फ़िल्म - हलचल | वर्ष - 2004

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रफ्ता रफ्ता हौले हौले दिल को चुराया तुमने
दिल को तो पता भी ना चला
चोरी-चोरी चुपके-चुपके जादू जगाया तुमने
दिल को तो पता भी ना चला
कभी हाँ कभी ना हम करते रहें
छुपके आहें भी भरते रहें
देखते देखते ये क्या हो गया
रातों में अब तेरा सपना मुझको आता है
एक अंगड़ाई एक बेचैनी दे के जाता है
तेरी आँखों का मैं दीवाना हूँ
तेरे होंठों का मैं पैमाना हूँ
तू ये जाने ना
इस पहलू में इस दामन में मुझको रहना है
दर्द जुदाई का एक पल भी अब ना सहना है
मेरी यादों में जान-ए-जां तू है
मेरी सांसों में तेरी खुशबू है
तू है मेरी जां