प्रेम रतन धन पयो - The Indic Lyrics Database

प्रेम रतन धन पयो

गीतकार - इरशाद कामिल | गायक - पालक मुच्छल | संगीत - हिमेश रेशमिया | फ़िल्म - प्रेम रतन धन पयो | वर्ष - 2015

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सुख दुःख झूठे
धन भी झूठा 
झूठी मोह माया 
सच्चा मन का वो कोना जहाँ 
प्रेम रतन पाया 
प्रेम रतन पाया 

पायो.. पायो..लायो.. छायो..
आयो.. गायो.. पायो.. 

सैयां तू कमाल का 
बातें भी कमल की 
लागा रंग जो तेरा 
हुई मैं कमाल की 

पायो रे पायो रे पायो रे पायो 
पायो रे पायो रे पायो रे पायो रे पायो रे 
प्रेम रतन धन पायो पायो 
प्रेम रतन धन पायो पायो 
रुत मिलन की लायो 
प्रेम रतन 
प्रेम रतन धन पायो मैंने पायो 
प्रेम रतन धन पायो 

क्या मैं दिखा दूँ 
या मैं छुपा लूं 
जो धन है मन में 
ये भी ना जानू 
बजने लगी क्यों सरगम सी तन में 
खुशियां सी है आँगन में 

चेहरे पे आये मेरी रंगतें गुलाल की 
लागा रंग जो तेरा हुई मैं कमाल की 

पायो रे पायो रे पायो रे पायो रे पायो 
पायो रे पायो रे पायो रे पायो रे पायो रे
प्रेम रतन धन पायो पायो 
प्रेम रतन धन पायो पायो
मन गगन पर छायो 
प्रेम रतन 
प्रेम रतन धन पायो मैंनेपायो 
प्रेम रतन धन पायो 

मुझको थे घेरे जितने अँधेरे 
हो गए दूर सभी 
सब सपनों की 
सब रिश्तों की पा ली कीमत भी 
प्रेम को मैं समझी 
किसी ने ना की मेरी 
तूने जो संभाल की 
लागा रंग जो तेरा हुई मैं कमाल की 

पायो रे पायो रे पायो रे पायो रे पायो 
पायो रे पायो रे पायो रे पायो रे पायो रे
प्रेम रतन धन पायो पायो 
प्रेम रतन धन पायो पायो
आज मन भर आयो 
प्रेम रतन 
प्रेम रतन धन पायो मैंनेपायो 
प्रेम रतन धन पायो 

छायो.. आयो.. लायो.. पायो..
पायो..