जा री जा ऐ हवा शोर तु ना मचा: - The Indic Lyrics Database

जा री जा ऐ हवा शोर तु ना मचा:

गीतकार - महबूब, पी के मिश्रा | गायक - सोनू निगम, एस पी बालासुब्रमण्यम, डोमिनिक | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - दुनिया दिलवालों की | वर्ष - 1996

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जा री जा ऐ हवा, शोर तू ना मचाफूलों को आ रही निंदियाजा री जा ऐ हवा, शोर तू ना मचा
फूलों को आ रही निंदियाकिनारे पे नदिया सोई चैन से तू सो जारात की गोदी में सजनी मीठे सपनों में खो जाजा री जा ऐ हवा, शोर तू ना मचा
फूलों को आ रही निंदियाप्यार करके क्यूं मेरी आँख से आँसू बहेओ जानम तुझ बिन कैसे जियूँक्यूँ ये शीतल पूर्णिमा आग बन गई तेरे बिनाआ जाओ मुझमें समा जाओप्यार में ग़म बेशुमारफिर भी ये ग़म क्यूँ लगे सब कोजा री जा ऐ हवा, शोर तू ना मचा
फूलों को आ रही निंदियापरबतों की गोद में संध्या का सूरज सो गयाबादलों की ओट में पूनम का चंदा खो गयामेरे दिल में प्यार है जो कुछ तुम्हें होगी ख़बरतुमको मैं तो मानता हूँ ज़िंदगी का हमसफ़रप्यार में अब मैं करूँ क्या ऐ हवा तू ही बता( जा री जा ऐ हवा, शोर तू ना मचा
फूलों को आ रही निंदिया ) -२
किनारे पे नदिया सोई चैन से तू सो जा
रात की गोदी में सजनी मीठे सपनों में खो जा
जा री जा ऐ हवा, शोर तू न मचा
फूलों को आ रही निंदिया