गीतकार - मुल्क राज भाखरी | गायक - ज़ीनत बेगम, धनीराम | संगीत - धनीराम | फ़िल्म - पपीहा रे | वर्ष - 1948
View in Romanज़ीनत:
तू चँदा मैं चाँदनी
हो तेरा मेरा, मेरा तेरा
जनम जनम का साथ
हाथ पकड़ कर छोड़ न देना
रहे हाथ में हाथ हमाराज़ीनत:
मैं बाग़ों की मोरनी
और तू घटा घनघोर
मैं सजन तेरी बावरी
और तू मेरा चितचोर
मैं प्यासी इक कुंज हूँ
साजन, तू मेरी बरसातधनी राम:
होऽऽ आन बसी तू दिल में मेरे
जैसे फूल में बास
इन नैनों को हर दम लागी
तेरे दरस की प्यास
तेरे बिना मोहे कुछ ना भाये
भूल गया हर बातदोनों:
मिल के न बिछड़े दो दिल साजन
ऐसा होवे प्यार
भूल से भी पतझड़ न आए
हर दम रहे बहार
हम तुम दोनों जब मिल बैठें
रहे सदा फिर रात