आज हुई है भोर सुहानी पहली बारो - The Indic Lyrics Database

आज हुई है भोर सुहानी पहली बारो

गीतकार - फैयाज हाशमी | गायक - कानन देवी | संगीत - कमल दासगुप्ता | फ़िल्म - अरेबियन नाइट्स | वर्ष - 1946

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आज हुई है भोर सुहानी
भोर सुहानी
आज हुई है भोर सुहानी पहली बार पहली बार -२चमक भरी ये लाली मैंने मैंने कभी न देखी -२
दिन को ये दीवाली मैंने मैंने कभी न देखी
सूरज में है
सूरज में है नई जवानी पहली बार पहली बारसौ फूल खिले शाख़ों के ये हुस्न कभी ना पाये -२
सौ रंग चमन ने बदला ये रंग नज़र ना आये -२
बाग़ में आयी
बाग़ में आयी रुत की रानी पहली बार पाह्ली बारभंवरा और कली का मेल मुझको सखी न भाया -२
गुलशन में ये प्यार का खेल मुझको कभी न भाया
नई लगी है
नई लगी है बात पुरानी पहली बार पाह्ली बार
आज हुई है भोर सुहानी पहली बार पहली बार