चुपचाप सो रहे हैं वो आनबान वाले - The Indic Lyrics Database

चुपचाप सो रहे हैं वो आनबान वाले

गीतकार - शकील | गायक - लता, रफी | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - आन | वर्ष - 1952

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चुपचाप सो रहे हैं वो आनबान वाले
आख़िर गिरे ज़मीं पर ऊँची उड़ान वाले

ल: तुझे खो दिया हमने पाने के बाद
हो
तुझे खो दिया हमने पाने के बाद
तेरी याद आई
तेरी याद आई तेरे जाने के बाद
तेरी याद आई
तुझे खो दिया हमने

मिला था ना जब तक जुदाई का ग़म मोहब्बत का मतलब न समझे थे हम
तड़पने लगे तीर खाने के बाद
तड़पने लगे
तड़पने लगे तीर खाने के बाद
तेरी याद आई
तेरी याद आई तेरे जाने के बाद
तेरी याद आई
तुझे खो दिया हमने

निगाहों में अब तू समाने लगा
तेराआ नाम होंठों पे आने लगा
हुये हम तेरे एक ज़माने के बाद
हुये हम तेरे
हुये हम तेरे एक ज़माने के बाद
तेरी याद आई
तेरी याद आई तेरे जाने के बाद
तेरी याद आई
तुझे खो दिया हमने

मोहब्बत मिली और तू खो गया
तू खो गया

बदलते ही क़िस्मत ये क्या हो गया
क्या हो गया
ख़ुशी छिन गई दिल लगाने के बाद
ख़ुशी छिन गई
ख़ुशी छिन गई दिल लगाने के बाद
तेरी याद आई
तेरी याद आई तेरे जाने के बाद
तेरी याद आई$