दुनिया को छोड़ के - The Indic Lyrics Database

दुनिया को छोड़ के

गीतकार - योगेश | गायक - अलका याज्ञनिक, अमित कुमार | संगीत - दिलीप सेन-समीर सेन | फ़िल्म - उमर पचपन की दिल बचपन का | वर्ष - 1992

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अमित:(दुनिया को छोड़ के, रस्मोँ को तोड़ के
आजा चलें दूर कहीं, ये प्यार की मंज़िल नहीं
डरना भला क्या है संसार से
ताक़त बड़ी कोई ना प्यार से
आ मेरि जाँ बाहों में आ) -२
दुनिया को छोड़ के, रस्मों को तोड़ केअमित: (तुम जो मिले तो, संग संग चले तो, सपने संवर गये
अल्का: रंगों में ढल के, ख़ुशियों के पल ये, दामन में भर गये)
-२
अमित: डरना भला क्या ...अल्का:(जब कोई यार करता है प्यार जलता है क्यूं जहाँ
अमित: हमने पढ़ी है, तुमने सुनी है, ज़ुल्मों की दास्ताँ) -२
अल्का:डरना भला क्या ...