धरती हँसति रे - The Indic Lyrics Database

धरती हँसति रे

गीतकार - | गायक - | संगीत - | फ़िल्म - | वर्ष - 1977

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धरती हस्ति रे
धरती हस्ति रे हा
चलके मस्ति रे
रंग हसे रूप
हसे काली काली पे धुप हसे
हर बार मई भी
हसरी रे ा हा

धरती हस्ति रे
चलके मस्ति रे
रंग हसे रूप हसे
काली काली पे धुप हसे
हर बार मई भी
हसरी रे ा हा

धरती और अम्बर
पे दवार यौवन हँसता
यौवन हँसता बार बार
सूरज पिंगले अंगना
बीच सूरज पिगले
सूरज पिंगले अंगना बीच
बरसे चंदा
बन के प्यार
बरसे चंदा
बन के प्यार
हँसते गाते मौसम
छाये बस्ती बस्ती रे
मै भी हस्ति रे
धरती हस्ति चालके मस्ति रे
रंग हसे रूप हसे
काली काली पे धुप हसे
हर बार मैं भी हँसाती रे

कुंवारी आँचल
 

को दलकाये बालक जैसी
बालक जैसे हँसती जाए
दुनिया रोके टोके लाख
दुनिया रोके
दुनिया रोके टोके लाख
चैंके चूड़ी
कंगना गाये
चैंके चूड़ी
कंगना गाये
पल पल देखो पल पल
देखो हस्ती पायल दिल को दस्ति रे
मै भी हस्ति रे
धरती हस्ति  चालके मस्ति रे
रंग हसे रूप हसे
काली काली पे धुप हसे
हर बार मैं भी हँसाती रे
हंस के जी ओ नादान
नासना जीने की पहचान
ऐसा लगता चार
और ऐसा लगता
खुद भी हसंता
है भगवन
खुद भी हसंता
है भगवन
खुशिया दिल की खुशिया
दिल की जीतनी महँगी
उतनी सस्ती रे
मै भी हस्ति रे
धरती हस्ति चालके मस्ति रे
रंग हसे रूप हसे
काली काली पे धुप हसे
हर बार मई भी
हँसाती रे ा हा.