तुम इताना जो मुस्कुरा रहे हो - The Indic Lyrics Database

तुम इताना जो मुस्कुरा रहे हो

गीतकार - कैफ़ी आज़मी | गायक - जगजीत सिंह | संगीत - जगजीत सिंह | फ़िल्म - अर्थ | वर्ष - 1982

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तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो
क्या ग़म है जिसको छुपा रहे हो
तुम इतना...आँखों में नमी हँसी लबों पर
क्या हाल है क्या दिखा रहे हो
क्या ग़म है...बन जायेंगे ज़हर पीते पीते-(२)
ये अश्क़ जो पीते जा रहे हो
क्या ग़म है...रेखाओं का खेल है मुक़द्दर-(२)
रेखाओं से मात खा रहे हो
क्या ग़म है...