चमकको चमको बिजलिया - The Indic Lyrics Database

चमकको चमको बिजलिया

गीतकार - प्रदीप | गायक - अशोक कुमार, नसीम बानो | संगीत - गुलाम हैदर | फ़िल्म - चल चल रे नौजवान | वर्ष - 1944

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अ : चमको-चमको बिजलिया
हाँ बिजलिया
ओ बिजलिया चमक-चमक-चमक बिजलिया चमको
बिजलिया चमकोमेरे मन का अन्धेरा हो दूर
हो दूर
मेरे मन का अन्धेरा हो दूर
दमिनिया दमको
बिजलिया चमको
चगली घन
छम-छम-छम-छम-छम छमको
चमको चमकोन : हो
हो रे बादल
कैसे चमके बिजलिया साजन बिना कैसे चमके -२
अपने मन में
हाँ-हाँ रे बालम
मन में छिपा लो हम को
ओ भोले बालम
मन में छुपा लो हम को
हम कोअ : चगली घन
छम-छम-छम-छम-छम छमको
चमकोचमको-चमको बिजलिया चमको
चमको-चमको बिजलिया
ओ बिजलिया ज़रा चमको चमको
न : चमको-चमको
अ : चमको-चमको
न : चमको-चमकोअ : सबकी रातों से सुन्दर आज अपनी रात हो
न : सबकी बातों से निराली आज अपनी बात हो
अ : आज कुछ नये ढंग की अपनी मुलाक़ात हो
हाँ अपनी मुलाक़ात हो
न : आज अपने प्यार की
आज अपने प्यार की बालम पहली बरसात हो
हो हो हो
अ : बिजली तोरी आँखों में आग़ भरी है
बादल की आँखों में पानी
न : फिर क्यूँ दोनों के नैना मिले हैं
अ : तुम क्या जानों
प्रेम की दुनिया है दीवानी
न : हो
दो : चलो सजनवा -४
अ : ( हम-तुम ऊँचे आकाह पे झूला बाँधें
तुम झूलो ) -२
न : झूम-झूम कर मैं झूलूं मैं झूलूं
हाँ झूलूं
अ : झूम-झूम कर
झूम-झूम कर मैं झुलाउँ तुमकोचगली घन
छम-छम-छम-छम छमको
चमको
चमको बिजलिया
ओ बिजलिया ज़रा चमको-चमको
बिजलिया चमको-चमको
चमको-चमको बिजलिया
ओ बिजलिया ज़रा चमको-चमको
बिजलिया चमको-चमको