छेड़ दो तुम प्यार की वो सरगम - The Indic Lyrics Database

छेड़ दो तुम प्यार की वो सरगम

गीतकार - समीर | गायक - सहगान, उदित नारायण | संगीत - संजीव दर्शन | फ़िल्म - आशिक | वर्ष - 2001

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छेड़ दो तुम छेड़ दो
छेड़ दो तुम प्यार की वो सरगम
सुन के जिसे ये दिल झूमे आशिक़ बनें दीवाने हम
छेड़ दो तुम ...पंछी के जैसे देखो हवा में उड़ने लगा है मन
कैसा दिलों पे यारों हमारे छाया दीवानापन
हम मस्ती के मस्ताने हैं इस दुनिया से बेगाने हैं
हमको फ़िकर है ना है कोई ग़म
छेड़ दो तुम ...कोई हसीना चोरी से इक दिन ख्वाबों में आएगी
शर्म-ओ-हया से बातें करेगी नींदे चुराएगी
तड़पाएगी तरसाएगी कोई दर्द हमें दे जाएगी
हँस के करेगी वो हम पे सितम
छेड़ दो तुम ...