जवानियाँ ये मस्त मस्त बिन पिये - The Indic Lyrics Database

जवानियाँ ये मस्त मस्त बिन पिये

गीतकार - मजरूह | गायक - रफ़ी, आशा | संगीत - ओपी नैय्यर | फ़िल्म - तुमसा नहीं देखा | वर्ष - 1957

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जवानियाँ ये मस्त मस्त बिन पिये
जलाती चल रही है राह में दिये
न जाने इनमें किसके वास्ते हूँ मैं
न जाने इनमें कौन हैं मेरे लिये
मेरे लिये मेरे लिये -
सभी हंसीं सभी जवां
कहाँ पे दिल को हारिये
सभी हैं दिल के मेहमां
किसे किसे पुकारिये
जवानियाँ ये मस्त मस्त
दीवाने हम थे चाह के
तो बेक़रार हो लिये
के दूर की निगाह के
गुनहगार हो लिये
जवानियाँ ये मस्त मस्त