सब कुछ सीखा हमने ना सीखी होशियारी - The Indic Lyrics Database

सब कुछ सीखा हमने ना सीखी होशियारी

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - मुकेश | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - अनादि | वर्ष - 1959

View in Roman

सब कुछ सीखा हमने ना सीखी होशियारी
सच है दुनियावालों कि हम हैं अनाड़ीदुनिया ने कितना समझाया
कौन है अपना कौन पराया
फिर भी दिल की चोट छुपा कर
हमने आपका दिल बहलाया
खुद पे मर मिटने की ये ज़िद थी हमारी (२)
सच है दुनियावालों कि हम हैं अनाड़ीअसली नकली चेहरे देखे
दिल पे सौ सौ पहरे देखे
मेरे दुखते दिल से पूछो
क्या क्या ख्वाब सुनहरे देखे
टूटा जिस तारे पे नज़र थी हमारी (२)
सच है दुनियावालों कि हम हैं अनाड़ीदिल का चमन उजड़ते देखा
प्यार का रंग उतरते देखा
हमने हर जीने वाले को
धन दौलत पे मरते देखा
दिल पे मरने वाले मरेंगे भिखारी (२)
सच है दुनियावालों कि हम हैं अनाड़ी