आना है तो आ - The Indic Lyrics Database

आना है तो आ

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - ओ. पी. नय्यर | फ़िल्म - नया दौर | वर्ष - 1957

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आना है तो आ, राह में कुछ फेर नहीं है
भगवान के घर देर है, अँधेर नहीं है
जब तुझसे न सुलझें तेरे उलझे हुए धंदे
भगवान के इन्साफ़ पे सब छोड़ दे बन्दे
ख़ुद ही तेरी मुश्किल को वो आसान करेगा
जो तू नहीं कर पाया, वो भगवान करेगा
कहने की ज़रूरत नहीं आना ही बहोत है
इस दर पे तेरा सीस झुकाना ही बहोत है
जो कुछ है तेरे दिल में वो सब उसको ख़बर है
बन्दे तेरे हर हाल पे मालिक की नज़र है
बिन माँगे भी मिलती हैं यहाँ मन की मुरादें
दिल साफ़ हो जिनका वो यहाँ आके सदा दे
मिलता है जहाँ न्याय वो दरबार यही है
संसार की सबसे बड़ी सरकार यही है