ज़ुल्फ़ोन को हटा ले चेहरे से - The Indic Lyrics Database

ज़ुल्फ़ोन को हटा ले चेहरे से

गीतकार - एस एच बिहारी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - ओपी नैय्यर | फ़िल्म - सावन की घटा | वर्ष - 1966

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ज़ुल्फ़ों को हटाले चेहरे से
थोड़ा सा उजाला होने दे
सूरज को ज़रा शर्मिंदा कर
मुँह रात का काला होने दे
ज़ुल्फ़ों को हटाले चेहरे से( हो जो मौसम को पता ये तेरी ज़ुल्फ़ है क्या
चूम ले मांग तेरी झुक के सावन की घटा ) २
ज़ुल्फ़ लहराये लहरा के बादल बने
जो भी देखे तुझे तेरा पागल बने
ऐसा भी नज़ारा होने दे
ज़ुल्फ़ों को हटाले चेहरे से ...( देख नाराज़ ना हो मेरे मासूम सनम
मैं कोई ग़ैर नहीं तेरी आँखों की क़सम ) २
दे इजाज़त कि तेरे क़दम चूम लूं
साथ मैं भी तेरे दो घड़ी झूम लूं
हल्का सा इशारा होने दे
ज़ुल्फ़ों को हटाले चेहरे से ...