हाय हाय इक लद्दाका मुझको कट लिखता हैं - The Indic Lyrics Database

हाय हाय इक लद्दाका मुझको कट लिखता हैं

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - कच्चे धागे | वर्ष - 1973

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हाय हाय इक लड़का मुझको ख़त लिखता है -२
लिखता है हाय मुफ़्त में ले ले तू मेरा दिल बिकता है
तेरा मेरा जनम जनम का रिश्ता है
रिश्ता है हाय मेरा प्रेमी कोई पागल दिखता है
हाय हाय इक लड़का मुझको ख़त लिखता हैक्या हो जो ये ख़त किसी के हाथ लग जाये रे -२
इक रंग आये मुख पे इक रंग जाये रे
हो इबके रंग न खेलूँगी मैं होली में
होली में हाय पिछले बर्स ये दाग़ लगा था चोली में
अब दिल ना खो जाये आँख मिचौली में
मिचौली में हाय ले ना जाये यार बिठा के डोली में
हो हाय हाय इक लड़का मुझको ख़त लिखता हैडोली में ना बैठूँगी मैं घर से भाग जाऊँगी -२
छोड़ के बारात सोती रात जाग जाऊँगी
हो जोबन पे रुत आई प्रेम की बातों की
बातों की हाय लुक छुप चोरी चोरी मुलाकातों
खन खन चूड़ी खनके मेरे हाथों की
हाथों की हाय उड़ गई नींद निगोड़ी बैरन रातों की
होलिखता है हाय मुफ़्त में ले ले तू मेरा दिल बिकता है
हाय हाय इक लड़का मुझको ख़त लिखता है