आँसू थी मेरी ज़िंदगी - The Indic Lyrics Database

आँसू थी मेरी ज़िंदगी

गीतकार - अख्तर-उल-ईमान | गायक - रफ़ी, अमीरबाई | संगीत - गुलाम मोहम्मद | फ़िल्म - बिखरे मोती | वर्ष - 1951

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आँसू थी मेरी ज़िंदगी
आँखों ने जो बहा दिया
रोती है मुझपे बेकसी
(हसरत ने मिटा दिया)-2

ड़फ़ि: मिलके बिछड़ गये हो तुम
(बनके बिगड़ गये है हम)-2
अपनी खुशी के वास्ते
(तुमने हमें मिटा दिया)-2

आमिर्बै: सुनके कोई करेगा क्या
टूटे दिलों का माजरा
रोया है फूट-फूट कर
हमने जिसे सुना दिया

ड़फ़ि: वो जो तुम्हारा प्यार था
मौत की नींद सो गया
अब उसे ढूँढ़ते हो क्या
ख़ाक़ में जब मिला दिया

आमिर्बै: मेरी खुशी भी छीन ली
हसके मुझे रुला दिया
तुम तो मेरा नसीब थे
तुमने मुझे ये क्या दिया$