तुम संग प्रीत लगाई रसिया - The Indic Lyrics Database

तुम संग प्रीत लगाई रसिया

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - लता मंगेशकर, सहगान | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - | वर्ष - 1956

View in Roman

(तुम संग प्रीत लगाई रसिया
मैं ने जान के जान गँवाई रसिया
ओ हाए मैं मर गई बेदर्दी तेरे प्यार में
(को:
बेदर्दी तेरे प्यार में हो बेदर्दी तेरे प्यार में)) -२गोरी गोरी रात के गोरे गोरे चाँद की
तुझको क़सम राजा लौट के आजा, ओय
(को: तुझको क़सम राजा लौट के आजा)
पहले मिलन की रंग भरी शाम को
कैसे भुलाऊँ सैंया तूही बता जा, ओय
(को: कैसे भुलाऊँ सैंया तूही बता जा)
मौसम ले अंगड़ाई रसिया
मैं ने जान के जान गँवाई रसिया
ओ हाए मैं मर गई ओ सोणिया तेरे प्यार में
(को: ओ सोणिया तेरे प्यार में हो बेदर्दी तेरे प्यार में)तुम संग प्रीत ...झिलमिल तारे करें जब इशारे आधी रात को
(को: हाए रे इशारे आधी रात को)
जागे जागे सजना याद करूँ तेरी हर बात को
(को: याद करूँ तेरी हर बात को)
कब से नींद न आई रसिया
मैं ने जान के जान गँवाई रसिया
ओ हाए मैं मर गई ओ चनवे तेरे प्यार में
(को: ओ चनवे तेरे प्यार में हो बेदर्दी तेरे प्यार में)तुम संग प्रीत ...कारी बरसी खट न गया कि खट के ले आया सोटी
सजन मेरी प्रीत खरी -२
पर तेरी नीयत खोटी
(को:
सजन मेरी प्रीत खरी तेरी नीयत खोटी -२
सजन मेरी प्रीत खरी)कारी बरसी खट न गया कि खट के ले आया बिदाना
तुझे मैं समझ गई -२
पर तू न मुझे पहचाना
(को:
तुझे मैं समझ गई तू न मुझे पहचाना -२
तुझे मैं समझ गई)कारी बरसी खट न गया कि खट के ले आया
(को:
क्या?)
कि खट के ले आया पकोड़े
कभी तो आओगे -२
मेरे प्यार में दौड़े दौड़े
(को:
कभी तो आओगे प्यार में दौड़े दौड़े -२
कभी तो आओगे)बल्ले बल्ले बल्ले बल्ले ...