तेरी याद का दीपक जलता है - The Indic Lyrics Database

तेरी याद का दीपक जलता है

गीतकार - एस एच बिहारी | गायक - तलत | संगीत - राम गांगुली | फ़िल्म - गवैया | वर्ष - 1954

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तेरी याद का दीपक जलता है दिन रात मेरे वीराने में
वो पागलपन जो पहले था अब भी है तेरे दीवाने में
दिन रात मेरा ग़म बढ़ता गया पर तेरी मुहब्बत कम न हुई
जो लुत्फ़ तड़पने में पाया वो बात कहाँ मर जाने में
इक आग सुलगती रहती है हर वक़्त मेरा दिल जलता है
है शौक़ मगर कुछ और अभी जलने का तेरे परवाने में$