मेरा क्या था तेरे हिसाब में मेरा सांस सांस उधार था - The Indic Lyrics Database

मेरा क्या था तेरे हिसाब में मेरा सांस सांस उधार था

गीतकार - गुलजार | गायक - गुलाम अली | संगीत - | फ़िल्म - विशाल (गैर-फिल्म) | वर्ष - 2001

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मेरा क्या था तेरे हिसाब में मेरा साँस साँस उधार था
जो गुज़र गया वो तो वक़्त था, जो बचा रहा वो ग़ुबार थातेरी आरज़ू में उड़े तो थे, चन्द ख़ुश्क पत्ते चनार के
जो हवा के दोश से गिर पड़ा, उनमें एक ये ख़ाकसार थावो उदास उदास इक शाम थी, एक चेहरा था इक चराग़ था
और कुछ नहीं था ज़मीन पर, एक आसमाँ का ग़ुबार थाबड़े सूफ़ियों से ख़याल थे, और बयाँ भी उसका कमाल था
कहा मैंने कब के वही था वो, एक शख़्स था बादा-ख़ार था