है हो जीवान नय्या बहती जाये - The Indic Lyrics Database

है हो जीवान नय्या बहती जाये

गीतकार - अली सरदार जाफरी | गायक - सहगान, पंकज मलिक | संगीत - पंकज मलिक | फ़िल्म - ज़लज़ला | वर्ष - 1952

View in Roman

को: हई हो हई हई -२
जीवन नय्या
नय्या बहती जाये -२
हई हो हई हो -३
ग़म के थपेड़े
थपेड़े सहती जाये -२
हई हो हई हो -३प: आयें मुसाफ़िर जायें मुसाफ़िर
दिल का धोखा खायें ए मुसाफ़िर
राह में लूटे जायें मुसाफ़िर
लेकिन नय्या
नय्या बहती जाये -२
को: हई हो हई हो -३
जीवन नय्या
नय्या बहती जाये -२
हई हो हई हो -३प: दूर किनारा गहरा पानी
तेज़ भँवर लहरें दीवानी
राग हवाओं
राग हवाओं के तूफ़ानी
लेकिन नय्या
नय्या बहती जाये -२
को: हई हो हई हो -३प: डूब गये -२
मौत के हो गहरी अंधियारे
डूब गये
डूब गये सब चाँद सितारे
डूब गये
अंधे हो गये
अंधे हो गये रस्ते सारे
लेकिन नय्या
नय्या बहती जाये -२
को: हई हो हई हो -३
मंज़िल मंज़िल बढ़ते जाओ बढ़ते जाओ बढ़ते जाओ
तूफ़ानों से मत घबराओ मत घबराओ मत घबराओ
मिल के साथी ज़ोर लगाओ
हई हो हई हो -६