जब दिन हसीन दिल हो जवां - The Indic Lyrics Database

जब दिन हसीन दिल हो जवां

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - मोहम्मद रफ़ी, आशा भोंसले | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - अदालत | वर्ष - 1958

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र: जब दिन हसीं
आ: दिल हो जवाँ
र: क्योँ ना मनाये पिकनिक
र: जब दिन हसीं दिल हो जवाँ क्योँ न मनायें पिकनिक
आ: सीने में आग होंठों पे राग मिलजुल के गायें पिकनिकर: ओ ... साईकल सवार बाँधे कटार लो हम चले
आ: ये ... जंगल के पार हिरनों की धार जैसे चले
को: हिप हिप हुरेर्!
दोनो: मौसम पे रंग दिल में उमंग फिर क्यों ना जायें पिकनिकर: ओ ... पानी का शोर लहरों का जोर आ तोड़ दें
आ: ओ ... तूफान में नाव मिलजुल के आओ सब छोड़ दें
को: हिप हिप हुरेर्!
दोनो: साहिल पे दूर जाके हुज़ूर ऐसी जमायें पिकनिकर: ओ ... ये दिन अजीब हमतुम करीब हाय फिर कहाँ
आ: ओ ... मस्ती के खेल आपस का मेल हाय फिर कहाँ
को: हिप हिप हुरेर्!
ज़ुल्फ़ों के डाल उड़ते रुमाल रंगीं बनायें पिकनिक