गीत तेरे साज़ का तेरी ही आवाज़ हूँ - The Indic Lyrics Database

गीत तेरे साज़ का तेरी ही आवाज़ हूँ

गीतकार - राजेन्द्र कृष्ण | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - इंतकाम | वर्ष - 1969

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गीत तेरे साज़ का तेरी ही आवाज़ हूँ
तू भी मेरा साथी बन जा मैं तेरी हमराज़ हूँ
आजा मिलके बाँट ले क्या खुशियाँ क्या ग़म
तनहा तनहा तन्हाई का ज़हर पिए क्यों हम
तू मेरे जीवन का पंछी मैं तेरी परवाज़ हूँ
दो दिन का साथ नहीं सारी उमर का है साथ
जीते जी ना होंगे जुदा ये आज मिले जो हाथ
तू मेरी साँसों का मालिक में तेरी दमसाज हूँ