किससे पुछेन हमाने कहां चेहरा ए रोशन देखा है - The Indic Lyrics Database

किससे पुछेन हमाने कहां चेहरा ए रोशन देखा है

गीतकार - तस्कीन कुरैशी | गायक - बेगम अख्तर | संगीत - | फ़िल्म - अपनी सर्वश्रेष्ठ बेगम अख्तर (गैर-फिल्म) में | वर्ष - 1985

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किससे पूछें हमने कहाँ चेहरा-ए-रोशन देखा है
महफ़िल-महफ़िल ढूँढ चुके हैं गुलशन-गुलशन देखा हैकिसको देखें किसको न देखें फूल भी हैं कलियाँ भी मगर
जिससे लगाई आँख उसी को दिल का दुश्मन देखा हैरंग-ए-बहार-ए-सुबह-ए-गुलिस्ताँ क्या देखे वो दीवाना
जिसकी नज़र ने एक ही गुल में सारा गुलशन देखा हैअहल-ए-वफ़ा की ख़ून की छीटें दूर तक उड़ कर जाती हैं
मेरा तड़पना देखने वाले अपना भी दामन देखा हैआज उन्हें जो चाहे समझ लो वरना यही 'तस्कीं" है जिन्हें
कल तक हमने कू-ए-बुता में काक़-ब-दामन देखा है