वो चाँद नहीं है दिल है - The Indic Lyrics Database

वो चाँद नहीं है दिल है

गीतकार - पं. नरेंद्र शर्मा | गायक - हेमंत, आशा | संगीत - अली अकबर खान | फ़िल्म - आंधियां | वर्ष - 1952

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हवो चाँद
वो चाँद नहीं है
दिल है किसी दीवाने का
(आकश जिसे कहती दुनिया)
वो नाम है इक वीराने का ...
(दीवाने के दिल की ही तरह)
वो रातों जलता रहता है
इस नींद की माटी नगरी मे
वो कुछ न किसी से कहता है
(है उस मे शमा की बेचैनी)
और प्यार भी है परवाने का ...
हजब से पहलू से गया है दिल
किसी पहलू नींद नहीं आती
आ: (जो सूरत दिल मेन समयी है)
(वो सूरत दिल से नहीं जाती )
आओ आँचल पतला जाओ
क्या रात है दिल मे समाने का
क्या रात$