अरमानों की नगरी मेरे छोटे से दिल को तोड़ चले - The Indic Lyrics Database

अरमानों की नगरी मेरे छोटे से दिल को तोड़ चले

गीतकार - भरत व्यास | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - मन्ना दे | फ़िल्म - तमाशा | वर्ष - 1952

View in Roman

अरमानों की नगरी उजड़ गयी
अपनी ही क़िसमत से हम छले गये
जो आशा बनकर आये थे
वो आँसू बनकर चले गयेमेरे छोटे से दिल को तोड़ चले
किस ओर जी किस ओर
वो तो हमसे यूँ मुखड़ा मोड़ चले
किस ओर जी किस ओरदो दिन भी तो मिलके रह न सके
बात दिल की ज़ुबान से कह न सके
वो तो हमसे यूँ नाता तोड़ चले
किस ओर जी किस ओर
मेरे छोटे से दिल को ...ओ~ ओ~ ओ~
मेरी नैय्या से रूठा किनारा
मेरी क़िसमत का डूबा सितारा
वो तो हमको अकेला छोड़ चले
किस ओर जी किस ओर
मेरे छोटे से दिल को ...