गीतकार - हसरत | गायक - लता | संगीत - शंकर-जयकिशन | फ़िल्म - हलाकु | वर्ष - 1956
View in Romanओ सुनता जा
दिल का नग़्मा प्यार की धुन पर ओ सितमगर
ओ सुनता जा
तू है मेरे सामने तो आज की महफ़िल है जवाँ
जाने फिर आए ना आए बहारों का समाँ
ओ सुनता जा
प्यार के इस खेल में दिल तेरा जाए ना जल
देख लहराती शमा हूँ तू भी परवाने संभल
ओ सुनता जा