इक लद्दाकी है दिवानी एसआईआई - The Indic Lyrics Database

इक लद्दाकी है दिवानी एसआईआई

गीतकार - समीर | गायक - कुमार शानू, अलका याज्ञनिक | संगीत - आनंद, मिलिंद | फ़िल्म - हम दोनो | वर्ष - 1995

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इक लड़की है दीवानी सी उस लड़की पे मैं मरता हूँ
जो देखूं तो शरमाती है इस अदा से मोहब्बत मैं करता हूँइक लड़का है अंजाना सा उस लड़के पे मैं मरती हूँ
जो देखूं तो घबराता है इस अदा से मोहब्बत मैं करती हूँ
इक लड़की है ...दिल में तमन्ना जगा के चोरी से पलकें झुकाना
उसने तो पहली नज़र में मुझको बनाया दीवाना
उसके बिना कैसे रहूं करना है जो कैसे कहूं
कुछ भी बताने से डरती हूँ
इक लड़का है ...अब तो यही आरज़ू है उसपे वफ़ाएं लुटा दूं
साँसों में उसके बसा के दोनों जहां को भुला दूं
नींदें मेरी ले के गई दर्द-ए-जिगर दे के गई
रात आहें मैं भरता हूँ
इक लड़की है ...