तुम्हारे बुलाने को जी चाहता है, जी चाहता है - The Indic Lyrics Database

तुम्हारे बुलाने को जी चाहता है, जी चाहता है

गीतकार - बेहज़ाद लखनवी | गायक - लता | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - लाड़ली | वर्ष - 1949

View in Roman

तू बोल बोल बोल

तू बोल बोल बोल

बीना मधुरमधुर कछु बोल

बीना मधुरमधुर कछु बोल

शान्त मही झनकार सुना दे

जीवन के सब तार हिला दे

एक बार फिर मधुर ध्वनी में

मंजुल मनहर कर कल्लोल

बीना मधुरमधुर कछु बोल

आज नयी वो राग सुना दे

जिससे जड़ में चेतन आती

बिछड़ जायें ना तेरे साथी

संजीवनी अमृत रस घोल

बीना मधुरमधुर कछु बोल

भोर भये बेकल मन डोले

कल ना पाये भ्रमर बन डोले

बिरह वेदना प्रचण्ड होवे

पृथ्वी गगन उठें सब डोल