दोस्त मिलते हैं यहाँ दिल को दुखाने के लिये - The Indic Lyrics Database

दोस्त मिलते हैं यहाँ दिल को दुखाने के लिये

गीतकार - Nil | गायक - अनुराधा पौडवाल | संगीत - Nil | फ़िल्म - Nil | वर्ष - Nil

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दोस्त मिलते हैं यहाँ दिल को दुखाने के लिये
उंगलियाँ रखते हैं वो हमपे उठाने के लिये
क्या कुसूर उनका ये इक रस्म चली आयी है
तोहमते होती हैं दुनिया में लगाने के लिये
नाखुदा मानके बैठे थे जिनकी कश्ती में
वो हमे मौजों में लाये थे डुबाने के लिये
वो हवाओं की तरह रुख को बदल लेते हैं
हम नसिबों से लड़े थे जिन्हे पाने के लिये