ज़िंदगी है या किसी का इंतज़ार - The Indic Lyrics Database

ज़िंदगी है या किसी का इंतज़ार

गीतकार - NA | गायक - नूरजहां | संगीत - राशिद अत्रे | फ़िल्म - सलमा | वर्ष - 1943

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ज़िंदगी है या किसी का इंतज़ार

ज़िंदगी है या किसी का इंतज़ार

बदलियों के ओढनी से चाँदनी

जाने किस को झाँकती है बार बार

चाँद तारों को है नींद सी आ गयी

हर नज़ारे पे इक बेख़ुदी छा गयी

मस्त हो के झूमती हुई बहार

जाने किस को झाँकती है बार बार

ज़िंदगी है या

ख़त्म होती नहीं शौक की जुस्तजू ओ ऽ ऽ

अपने दिल में लिये प्यार की आरज़ू

कूबकू गईं हवाएँ मुश्कबार

जाने किस को झाँकती है बार बार

ज़िंदगी है या

दिल की बेताबियाँ ले रही हैं मज़ा

ऐ मेरी ज़िंदगी, आ भी जा, आ भी जा

हर नज़र है आज कितनी बेक़रार

जाने किस को झाँकती है बार बार

ज़िंदगी है या