मालिक तेरे जहाँ में - The Indic Lyrics Database

मालिक तेरे जहाँ में

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - सुधा मल्होत्रा | संगीत - दत्ताराम | फ़िल्म - अब दिल्ली दूर नहीं | वर्ष - 1957

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मालिक तेरे जहाँ में, इतनी(कितनी ?) बदे जहाँ में
(कोई नहीं हमारा)-२
मालिक तेरे जहाँ मेंअब किस की द्वार जाऊँ
दुख में किसे बुलाऊँ
सब ? गये किनारा
कोई नहीं हमारा
मालिक तेरे जहान मेंकिस हाल में भी देखो
ठुकरा रही है दुनिया
(हम पर बनी तो हम से तकरा रही है दुनिया)-२
ना आस ना दिलासा
सब तो है इक तमाशा
झूटा है हर सहार
कोई नहीं हमारा
मालिक तेरे जहाँ मेंसर पे ? पाया
मुझ से बिच्चड़ गये हैं
(उम्मीद के वो मोती, आँसू में धल गये हैं)-२
क्या रात क्या सवेरा
हाथों पहर अंधेरा
टूटा हर एक तारा
कोई नहीं हमारा
(मालिक तेरे जहाँ में, इतनी बदे जहाँ में)-२
(कोई नहीं हमारा)-२
मालिक तेरे जहाँ में