मैं सितारों का तराना - The Indic Lyrics Database

मैं सितारों का तराना

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - आशा भोसले - किशोर कुमार | संगीत - सचिन देव बर्मन | फ़िल्म - चलती का नाम गाडी | वर्ष - 1958

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मैं सितारों का तराना, मैं बहारों का फ़साना
लेके एक अंगड़ाई मुझपे डाल नज़र बन जा दीवाना
रूप का तुम हो खज़ाना, तुम हो मेरी जाँ ये माना
लेकिन पहले दे दो मेरा पाँच रुपय्या बारह आना
पाँच रुपय्या बारह आना
मारेगा भैय्या ना ना ना ना
माल ज़र, भूलकर दिल जिगर हमसे निशानी माँगो ना
दिलरुबा, क्या कहा, दिल जिगर क्या है जवानी माँगो ना
तेरे लिए मजनू बन सकता हूँ
लैला लैला कर सकता हूँ
चाहे नमूना देख लो
खून-ए-दिल पीने को और लख़्त-ए-जिगर खाने को
ये ग़िज़ा मिलती है लैला तेरे दीवाने को
जोश-ए-उल्फ़त का ज़माना
लागे है कैसा सुहाना
लेके एक अंगड़ाई मुझपे डाल नज़र बन जा दीवाना
मानता हूँ है सुहाना, जोश-ए-उल्फ़त का ज़माना
लेकिन पहले दे दो मेरा पाँच रुपय्या बारह आना
पाँच रुपय्या बारह आना
मारेगा भैय्या ना ना ना ना
ग़म भुला साज़ उठा
राग मेरे रूप के तू गाये जा
दिलरुबा दिलरुबा हाँ इसी अन्दाज़ से फरमाए जा
गीत सुन सकता हूँ दादरा, गिनकर पूरे बारह मात्रा
चाहे नमूना देख लो
धीरे से जाना बगियन में रे, धीरे से जाना बगियन में रे भँवरा
तू कला का है दीवाना, कम है क्या तुझको बहाना
ले के एक अंगड़ाई मुझपे डाल नज़र बन जा दीवाना
हाँ ये अच्छा है बहाना। मैं कला का हूँ दीवाना
लेकिन पहले दे दो मेरा पाँच रुपय्या बारह आना
पाँच रुपय्या बारह आना
मारेगा भैय्या ना ना ना ना
बेख़बर, प्यार कर, धन की दुनिया क्या है ढलती छाया हो
दिलरुबा, सच कहा, साँच तेरा प्यार बाकी माया है
तेरे लिए जोगी बना सकता हूँ
जंगल जंगल फिर सकता हूँ
चाहे नमूना देख लो
तेरी गठरी में लागा चोर मुसाफिर जाग जरा तू जाग जरा
मैं हूँ तेरी जान-ए-जाना
आ मुझी से लौ लगाना
ले के एक अंगड़ाई मुझपे डाल नज़र बन जा दीवाना
जय गुरु मैंने ये माना
तू है मेरी जान-ए-जाना
लेकिन पहले दे दो मेरा पाँच रुपय्या बारह आना
पाँच रुपय्या बारह आना
मारेगा भैय्या ना ना ना ना