मैं शायर बदनाम, मैं चला, मैं चला - The Indic Lyrics Database

मैं शायर बदनाम, मैं चला, मैं चला

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - नमक हराम | वर्ष - 1973

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मैं शायर बदनाम मैं चला, मैं चला
महफ़िल से नाकाम मैं चला, मैं चला
मेरे घर से तुमको कुछ सामान मिलेगा
दीवाने शायर का एक दीवान मिलेगा
और एक चीज़ मिलेगी, टूटा खाली जाम
शोलों पे चलना था, काँटों पे सोना था
और अभी जी भर के किस्मत पे रोना था
जाने ऐसे कितने बाकी छोड़ के काम
रस्ता रोक रही है, थोड़ी जान है बाकी
जाने टूटे दिल में क्या अरमान है बाकी
जाने भी दे ऐ दिल, सबको मेरा सलाम