चोरी चोरी चुपके चुपके - The Indic Lyrics Database

चोरी चोरी चुपके चुपके

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - आप की कसम | वर्ष - 1974

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चोरी चोरी चुपके चुपके
पलकों के पीछे से छुपके
कह गई सारी बतियाँ
अँखियाँ, दो अँखियाँ
ये अँखियाँ, दो अँखियाँ
होठों पर था लाज का पहरा
धड़क गया ये दिल ना ठहरा
बन गयी प्रेम की पतियाँ
लाख छुपाये मीरा रानी
मनमोहन की प्रेम दीवानी
जान गई, जान गई, जान गई
जान गई सब सखियाँ