मैं शायद तुम्हारे लिए अजनबी हूँ - The Indic Lyrics Database

मैं शायद तुम्हारे लिए अजनबी हूँ

गीतकार - एस. एच. बिहारी | गायक - आशा भोसले | संगीत - ओ. पी. नय्यर | फ़िल्म - ये रात फिर ना आएगी | वर्ष - 1965

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मैं शायद तुम्हारे लिए अजनबी हूँ
मगर चाँद तारें मुझे जानते हैं
ये सारे नज़ारे मुझे जानते हैं
पत्ता पत्ता यहाँ राज़दां है मेरा
जर्रे जर्रे में रख दी है मैने ज़बां
पूछते हैं सभी, आज मुझ से यही
भूल बैठे हैं क्यो, प्यार को मेहरबां
भूल जाओ भी तुम तो मुझे गम ना होगा
के सब गम के मारे मुझे जानते हैं
बेवफ़ाई की राहों में तुम खो गये
हर कदम पर हैं मेरी वफ़ा के निशां
तुम गये छोड़कर, हर कसम तोड़कर
रह गयी बन के चाहत मेरी दास्तां
अपन वादे के जिनको निभा ना सके तुम
वो वादे तुम्हारे, मुझे जानते हैं