शिकारी सुंदरता के सभि शिकरी - The Indic Lyrics Database

शिकारी सुंदरता के सभि शिकरी

गीतकार - पंडित इंद्र | गायक - तलत महमूद | संगीत - बुलो सी रानी | फ़िल्म - जोगन | वर्ष - 1950

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शिकारी, शिकारी
सुन्दरता के सभी शिकारी -२
कोई नहीं है पुजारी -२
सुन्दरता के सभी शिकारीमहल-दोमहलों बीच खड़ी कोई चन्द्रकिरन सी नारी
छल से बल से
छल से बल से तन-मन-जोबन लूटे हाय शिकारी
सुन्दरता के सभी शिकारी -२बाग़-बग़ीचों खिली कली तो आया वहीं शिकारी
देख-देख जी भरा न उसका चुन लीं कलियाँ सारी
सुन्दरता के सभी शिकारी -२बन-उपबन में सुन्दर हिरनी दौड़-दौड़ के हारी
देख के कंचन काया उसकी पीछे पड़ा शिकारी
सुन्दरता के सभी शिकारी -२