गीतकार - असद भोपाली | गायक - उषा खन्ना - रफी | संगीत - उषा खन्ना | फ़िल्म - बिन फेरे हम तेरे | वर्ष - 1979
View in Romanदोस्त बन के आए हो, दोस्त बन के ही रहना
अब बहोत ही मुश्किल है, बेवफ़ा तुम्हे कहना
तुम किरण सवेरे की, तुम चिराग मंज़िल का
जबसे तुमको देखा है, खिल उठा है चमन दिल का
तुम हो मेरा आईना, मैं तुम्हारी सूरत हूँ
तुम मेरा मुक़द्दर हो, मैं तुम्हारी किस्मत हूँ
उम्रभर ना आना तुम दिलजलों की बातों में
साथ हमको चलना है, हाथ लेके हाथों में