छुपा लो यूँ दिल में प्यार मेरा - The Indic Lyrics Database

छुपा लो यूँ दिल में प्यार मेरा

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - लता - हेमंत कुमार | संगीत - रोशन | फ़िल्म - ममता | वर्ष - 1966

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छुपा लो यूँ दिल में प्यार मेरा
के जैसे मंदिर में लौ दीए की
तुम अपने चरणों में रख लो मुझको
तुम्हारे चरणों का फूल हूँ मैं
मैं सर झुकाए खड़ी हूँ प्रीतम
के जैसे मंदिर में लौ दीए की
ये सच है जीना था पाप तुम बिन
ये पाप मैंने किया है अब तक
मगर है मन में छबी तुम्हारी
के जैसे मंदिर में लौ दीए की
फिर आग बिरहा की मत लगाना
के जलके मैं राख हो चुकी हूँ
ये राख माथे पे मैंने रख ली
के जैसे मंदिर में लौ दीए की