रात ने क्या क्या ख्वाब दिखाए - The Indic Lyrics Database

रात ने क्या क्या ख्वाब दिखाए

गीतकार - शैलेंद्र | गायक - तलत महमूद | संगीत - सलील चौधरी | फ़िल्म - एक गांव की कहानी | वर्ष - 1957

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रात ने क्या-क्या ख़्वाब दिखाए
रंग भरे सौ जाल बिछाए
आँखें खुलीं तो सपने टूटे
रह गए ग़म के काले साए
हम ने तो चाहा भूल ही जाएँ
वो अफ़साना क्यों दोहराएँ
दिल रह-रह के याद दिलाए
दिल में दिल का दर्द छुपाए
चलो जहाँ क़िस्मत ले जाए
दुनिया पराई, लोग पराए