अपने प्यार के सपने सच हुए - The Indic Lyrics Database

अपने प्यार के सपने सच हुए

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता - किशोर | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - बरसात की एक रात | वर्ष - 1981

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अपने प्यार के सपने सच हुए
होठों पे गीतों के फूल खिल गए
सारी दुनिया छोड़ के मन मीत मिल गये
पलभर को मिले जो अँखियाँ, देखूँ मैं सुनी हैं जो बतियां
पढ़ लूँ तोरे नैनों की पतियां
बिना देखे तुम देखो मेरी आँखों से
कांटों से भरी थी जो गलियाँ, उन में खिली हैं अब कलियाँ
झूमों नाचो मनाओ रंगरलियां
चलो सजना, कहें चल के सारे लोगों से
जब जब मिले जीवन ओ सजना, तुम ही मुझे पहनाओ कंगना
तेरी डोली रुके मेरे अंगना
मेरा घूँघटा तुम खोलो अपने हाथों से