गीतकार - भरत व्यास | गायक - मोहम्मद रफ़ी, सहगान | संगीत - सरदार मलिक | फ़िल्म - सारंगा | वर्ष - 1960
View in Romanर : साथ जियेंगे साथ मरेंगे
ये वादा क्यूँ तोड़ दिया
ख़ुद तो तुम चल पड़े अकेले
हमें राह में छोड़ दियाना जा मेरे साथी ना जा -३ऐसी एक आग जगेगी -२
दुनिया शमशान लगेगी
तारे अंगारे होंगे
धरती की रूह जलेगी
फूल का रंग उड़ेगा
अम्बर का चाँद छुपेगा
तेरे बिन जीवन साथी
जीवन का दीप बुझेगाना जा मेरे साथी ना जा -३ऐसा तूफ़ान उठेगा -२
घन घन बादल गरजेगा
कड़ कड़ बिजली कड़केगी
सारा सन्सार जलेगा
ये दिल अब ज़हर पियेगा
तेरे बिन कौन जियेगा
टूटा जब जीवन धागा
कैसे कोई ज़ख़्म सियेगाना जा मेरे साथी ना जा -३