कुदा मुसव्वर खुद बनाना हिल्लोरि जन्नत की ये वादी है - The Indic Lyrics Database

कुदा मुसव्वर खुद बनाना हिल्लोरि जन्नत की ये वादी है

गीतकार - गुलशन बावरा | गायक - सहगान, किशोर कुमार | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - राही बादल गए | वर्ष - 1985

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कि: हो ख़ुदा मुसव्वर खुद बना और बनाई वो तस्वीर
क़ुदरत के वो रंग भरे कहें जिसे क़श्मीरको: हिल्लोरी हिल्लोरी हिल्लोरी हिल्लोरी -२
कि: हिल्लोरी हिल्लोरी हिल्लोरी
हो हो
हिल्लोरी
को: हिल्लोरी हिल्लोरी हिल्लोरी हिल्लोरी
कि: जन्नत की ये वादी है हुस्न की शहज़ादी है -३
लोग यहाँ आते हैं तो फूलों सा मुसकाते हैं
जन्नत की ये वादी है हुस्न की शहज़ादी है
ल ल ल ल ल ल ल ल
हुस्न की शहज़ादी है
को: जश्न-ए-शाही जश्न-ए-शाही नज़ारा नज़ारा -२को: जश्न-ए-शाही जश्न-ए-शाही नज़ारा
कि: माना है तू छुई मुई की कली
आयेगी फिर होगी तेरी माँग भरी
ओ माना है तू छुई मुई की कली
अरे आयेगी फिर होगी तेरी माँग भरी
ओ संग तेरे होगा तेरे सपनों का राजा
संग तेरे होगा तेरे सपनों का राजा
प्यार भरे गीत सदा जहरने यहाँ गाते हैं
जन्नत की ये वादी है हुस्न की शहज़ादी है
ल ल ल ल ल ल ल ल
हुस्न की शहज़ादी हैआँखें मिलीं प्यार के वादे हुये
टूटें न जो जवाँ इरादे हुये
हो आँखें मिलीं प्यार के वादे हुये
अरे टूटें न जो जवाँ इरादे हुये
हो प्यार का तो प्यार ही मज़हब है मेरी जाँ
प्यार का तो प्यार ही मज़हब है मेरी जाँ
अजनबी यहाँ से मीठी यादें ले कर जाते हैं
जन्नत की ये वादी है हुस्न की शहज़ादी है -२
लोग यहाँ आते हैं तो फूलों सा मुसकाते हैं
जन्नत की ये वादी है हुस्न की शहज़ादी है
ल ल ल ल ल ल ल ल
हुस्न की शहज़ादी है